तू रंग भरी रंगोली सी मैं उड़ता हवा का झोंका हूं तू चमचमाती है चांदनी सी रातों का मैं घना अंधेरा हूं तू रौशनी है किरणों कि इक मैं जलता आग का गोला हूं फूलों की महकती तू बगिया कांटो से भरा मैं पौधा हूं तू लगती बनारस की गलियां मैं तुझमें टहलता राही हूं तू रंग भरी रंगोली सी मैं उड़ता हवा का झोंका हूं
अज़ब सी ज़िन्दगी की दास्तान है ये अपनों के शहर में खड़ा अंजान है ये अपनों से टूट के भी अपनों पे मेहरबान है ये अफसोस दिल है मेरा जो इतना नादान है ये अज़ब सी ज़िन्दगी की दास्तान है ये
जी नहीं करता है कि तुझसे दूर हो जाऊं जी करता है तेरी बाहों में महफूज़ हो जाऊं यूं तो बनी हैं कई जोड़ियां हीर रांझा जैसी , पर आज जी करता है तेरे प्यार के ही साथ मशहूर हो जाऊं
Aj kalam ki siyaahi hmne teri yaadon k naam kardi Guzarti yeh raatain hmne teri baaton k naam kardi Ek pal bhi na jee sakenge ab ham tumse door , isliye Aj Zehar ki boondein hamne Apni saanson k naam kardi.