Children's Day Poem...
प्यार से बच्चे जिन्हें चाचा नेहरू बुलाते।
उनके जन्मदिवस को हम Children's day मनाते।
चलो चलें उस Era में जब चाचा नेहरू हमारे,
देश के First Prime minister थे ...,
उन्हें बच्चों के बीच रहना था काफी पसंद ।
वे अपने उन कीमती वक़्त में - से भी
निकलते थे बच्चों के लिए वक़्त ।
बच्चे की हए ..वो नटखट अदाएँ,
सच में मन को खूब लुभाते।
इसलिए तो हर किसी के बचपन के दिन
बड़े खाश एहसास दिलाते ।
बचपन को याद करके ही आ जाते,
फिर से Imagination में वही शरारती उमंगें।
सच में बचपन के दिन बहुत खाश होते।
वो शरारतें, वो मस्तियाँ और वो नतखतें
वो Parents से छुपके - छुपाकर
अपने नटखट दोस्तों के साथ खेत, खलिहानों
और बगीचों में घूमने जाना।
और प्रकृति के सुहावने - मौसम का लुत्फ़ उठाना।
बच्चों के बीच जाकर बचपन की यादें ताजा करना।
यही थी हमारे चाचा नेहरू की अभिलाषा ।
इसलिए तो वे बच्चों के बीच जाकर करते ,
खूब गपशप और लुटाते उनपे लाखों प्यार।
I also like living among childrens ....
HAPPY CHILDREN'S DAY everyone👍
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