माना कि तुम्हारी नजरों में हम अच्छे नहीं हैं,
हर इक को पसंद आ जाऊँ इतने सस्तें नहीं हैं।
गलती थी मेरी जो बिन मोल के बिक गया था,
हर कोई खरीद सके, इतने भी सस्तें नहीं हैं।
तुम्हारी खुशी के लिए हर बात में हाँ मिलाया,
हम भी हर बात समझते थे, कोई बच्चे नहीं हैं।
चलो छोड़ों,जानें दो,जो हुआ रब की मरजी थी,
इक हवा के झोकें से टूट जाएँ, वो पत्तें नहीं हैं।
माना कि मैं हर छोटी बात को दिल पे लेता हूँ,
दिल से रिश्ता निभाया तो हम ही अच्छे नहीं हैं।
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