QUOTES ON #PAIN_LOVER

#pain_lover quotes

Trending | Latest
5 JAN 2018 AT 16:19

#कल_शाम_उसे (Part-1) कल शाम उसे संवरते देखा,
बर्फ जलते देखा, आग ठिठुरते देखा !!

बहारों की बेसब्रिय़ाँ देखी,
दोपहर में ही चाँद बिखरते देखा !!

बेबस आसमाँ की मायूसी देखी
सितारों को ज़मीं पर उतरते देखा !!

गाल पे लटें जुल्फों की देखी
हवाओं से उसे फिर लड़ते देखा !!

खोया होश "मनीष" का देखा
जब अंधेरे में उसे निखरते देखा !!

-


8 JAN 2018 AT 22:54

#कल_शाम_उसे (Part-2) पर्दे से उसे जो निकलते देखा
हया को उसपे बिगड़ते देखा !!

नजर जो हमारी मिलते देखी
शर्म से उसे सिहरते देखा !!

भरी धूप में अंधियारा देखा
बेमौसम बादल उमड़ते देखा !!

मौसम में अजीब सी हलचल देखी
वक्त को मैने ठहरते देखा !!

ज़िंदगी "मनीष" की जीने लगी थी
मौत को भी बेमौत मरते देखा !!

कल शाम उसे संवरते देखा,
बर्फ जलते देखा, आग ठिठुरते देखा !!

-


15 MAY 2017 AT 11:46

My study belongs to my family's sacrifices.

-


28 JAN 2018 AT 9:54

इश्क की चासनी में मैंने इश्क घोलकर
इश्क बनाया है
तुम चखोगे क्या ?

-


17 JUL 2017 AT 17:09

कैद कर लो बालों को जूड़े की गिरफ्त में
लहरायेगी जल्फें, हवा जवाब माँगेगा |

हया भी पानी पानी है, हया से इस कदर
सड़का जो गर पल्लू, हया हिजाब माँगेगा |

हैवानियत ही नहीं, कुछ शराफ़त भी हैं जहाँ में
"मनीष" की आँखे तेरे चेहरे पर नकाब माँगेगा |

छूप के बैठा है कबसे, बन के वो हुश्न तेरा
आसमां देखा रहा हैं वो अपना माहताब माँगेगा

रोक लेता हूँ कदमों को, कि बहक ना जाए
मय गले से गर उतरा, दिल शबाब माँगेगा |

उतरता नहीं गजल कोई, दर्द खो दिया कलम ने
वक्त आ गया कलम अपना अजाब माँगेगा |

मत परोस दर्द को शायरी, गजल, कविता में
अए मनीष ! गर दिल भड़का फिर हिसाब माँगेगा |

-


15 MAY 2017 AT 10:50

It is enough to make me happy
The way which goes to my village
Your house belong to that way.

-


18 JAN 2018 AT 11:20

ना समझना मै मिट गया हूँ, मै फिज़ा मे हूँ
मै फिर से टीला बन जाने की फिराक मे हूँ..!!

-


4 JAN 2018 AT 23:53

खामोशिय़ाँ चीखती रही, लब सिला रहने दिया
मुस्कुरा कर गूफ्तुगू की, दिल में गिला रहने दिया !!

तन्हा था निकला घर से, खुद की तलाश में
भटकता रहा, और पीछे काफिला रहने दिया !!

सिर्फ कलियाँ ही तोड़ी, दिल दरिया जो था
तरस खाया फूलों पे, उसे खिला रहने दिया !!

फसादें खूब हुई, दूध-पानी की मिलावट पे
और लहू में ज़हर मिला रहने दिया !!

-


29 AUG 2020 AT 8:15

गमों को हराकर हसने का मज़ा कुछ ओर हैं।
मैं जो इतनी खुश रहती हूं वजह कुछ और है।

ऊपर वाला ग़म देता है, तो कोई बुराई नहीं,
हमें दुख देना नहीं, उसकी रजा कुछ और हैं।

ये मुश्किलें तो हौसला बढ़ाने के लिए मिली है,
सज़ा नहीं ये, बुरे कर्मो की सज़ा कुछ और हैं।

परेशानियों से कभी खुद को अलग ना होने दो,
परेशानियों संग रहने का भी मज़ा कुछ और है।

जिंदगी ग़मगीन है तो क्या हुआ कोई गम नहीं,
ग़मों को झेलने की भी हमारी अदा कुछ और है।

दुनिया के तमाम नशे एक तरह सबके लिए पर
"रानी" के लिए गम-ए-ख़ुमारी नशा कुछ और है।

-


3 JUL 2017 AT 11:17

I would like to thank you
for leaving me alone.
I became famous pain lover
Because you left me.

-