मौहब्बत तु एसी क्यो है!
मौहब्बत तु एसी क्यो है!
जो किसी अजनबी को जान बना देती है।
उसके लिए मर मिटने को तैयार कर देती है।।
मौहब्बत तु एसी क्यो है!
चैंन से सोने वाले इंसान के रातो की निंद उडा देती है।
हसते रहने वाले इंसान को भी रोना सीखा देती है।।
मौहब्बत तु एसी क्यो है!
अपनी राहों मे लेजा कर भटका देती है।
वापस उमीद न करने पर मजबूर कर देती है।।
मौहब्बत तु एसी क्यो है!
जो किसी से ताजमहल बनवा देती है।
किसी के दिल को तबाह कर देती है।।
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