"वह नर्स ही तो है"
चाहे सर्दी हो या गर्मी, धूप हो या छांव,
वह तो हर पल खुशी से काम करती है!
चाहे दिन हो या रात अकेली हो या हो किसी का साथ,
वह तो हर पल बिना थके काम करती है!
हो कर अपनों से दूर या किसी की खुशी में मशहूर,
वह तो हर पल उल्लास के साथ काम करती है!
छोटा हो या बड़ा अपना हो या पराया,
वह तो सबका एक सा ख्याल रखती है!
लड़का हो या लड़की बच्चा हो या बच्ची,
वह तो सबसे लाड़ करती है!
अरे वह कोई और नहीं,
वह नर्स ही तो है जो अपना दुख और गम छुपाकर हम को हंसाती है!
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