दुनिया में हमारे इश्क़ के, अफ़साने बहुत हैं।
तुझे याद करने के, बहाने बहुत हैं।।
तेरी दीद के लिए , तरसते हैं हम अक्सर।
तेरी दीद के भी, दीवाने बहुत हैं।।
जितना देखूं तुझे, उतना ही इश्क़ होता है तुझसे।
मेरे दिल में तेरे इश्क़ के, कारखाने बहुत हैं।।
तेरे इश्क़ में कुछ इस क़दर, नीलम हो गए हैं हम।
इस नीलामी के भी, पैमाने बहुत हैं।।
बस तेरी इक नज़र के, मोहताज़ हैं हम।
सुना है तेरी नज़रों के, कारनामे बहुत हैं।।
इक उम्र लगी, तेरे दिल तक पहुंचने में हमको।
इस सफर में गुजारे हमने, जमाने बहुत हैं।।
दुनिया में हमारे इश्क़ के, अफ़साने बहुत हैं।
तुझे याद करने के, बहाने बहुत हैं।।
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