वो कानों में गूंजते हुए तेरे अल्फ़ाज़,
वो तेरा छु जाने का एहसास,
वो बारिश की हर बूंद में तेरा ज़िक्र,
वो तेरी हर बात में छुपी फ़िक्र,
वो तेरे ना होकर भी होने की ख़ुशबू,
वो तेरे हर पल पास होने की आरज़ू,
वो तेरी बातो को याद करके बेवजह मुस्कुराना,
और तुझे याद करके हर पल कही खो जाना,
इतने सालों की गहराई के बाद,
आज भी तेरी मोहोब्बत है आबाद
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