उत्तर प्रदेश सरकार ने कई प्रयोग किए थे कि सेवा वही ली जाए पर खर्च कम किए जाए.. कम वेतन पर होमगार्ड की भर्ती निकाली गई, शिक्षा विभाग में खर्च कम करने के लिए शिक्षा मित्र नियुक्ति हुई, कई और विभाग में कॉन्ट्रैक्ट बेस पर सेवाएं ली जा रही हैं।
हम सभी को इनका हाल मालूम है।
पहले संचार प्रौद्योगिकी और सुरक्षा पर कोई समझौता नहीं होता था, आज आपने बीएसएनएल को ताक पर रख कर मित्तल, अंबानी और बिड़ला खानदान के नाम संचार कर दिया और अब भारतीय सेना जिसकी अस्मिता की सारा भारत गुण गाता है वहां आपने गणित का इस्तेमाल कर लिया।
एक फ़ौजी देश की सेवा करके जब वापस घर आता है, तो सरकार और समाज सब उसकी सेवा करते हैं।
जो महोदय नेता (राजनीति वाले) ये नियम बना रहे हैं वो खुद को पहले केवल चार साल तक सीमित रखें और पेंशन सहित सब सुविधा खुद के लिए हटाएं देश सेवा के नाम पर मलाई खाने वाले इन नेताओ की सोच खुद के लिए होनी चाहिए।
देश के लिए गिने चुने नेताओ ने जान की बाजी लगाई है और कुछ ही कुर्बान हुए हैं।
नेता: राजनीतिक नेतृत्व।
राष्ट्र सुरक्षा के लिए कॉस्ट कटिंग बंद करें।
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