QUOTES ON #NO_ONES_CARES

#no_ones_cares quotes

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19 DEC 2017 AT 17:33

सबसे बुरा है मन के किसी कोने में रहने वाले बचपने का सहम कर छुप जाना।
बचपना नेमत है, इसे बचाये रखिये।

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6 JUN 2020 AT 17:07

And the irony is,

The more you try to hide your pain
The more you will suffer....

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28 SEP 2020 AT 21:41

Murshad!!!
Aksar hoto pe mohobat,
Aur aakho mai juthi izzazt dene wale hi,
chalti naav mai chedh kara dete hai....

ssshhhhhh.....
Aese logo se savdan!!!!!!

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16 JUN 2020 AT 14:47

मत बनो ज्यादा अच्छे और सच्चे,
जरूरत नहीं दुनिया को ऐसे लोगो की,
जितना झुकोगे दुनिया उतना झुकाएगी,
और एक दिन भूल भी जाएगी,
घरवाले हो चाहे दुनिया वाले,
जितना सहोगे उतने तंग किए जाओगे,
और एक दिन तुम ये सब नहीं झेल पाओगे,
गलती से दुनिया छोड़ने की गलती कर दी,
तो उस बात पर भी judge किए जाओगे,
जीते जी जो कभी हाल नहीं पूछते ,
वो मरने के बाद झूठे आंसू दिखाएंगे,
बहुत जालिम है ये दुनिया जनाब ,
तुम्हारे अच्छे होने का हर कोई फ्यादा उठाएगा,
पर तुम्हारे emotions की कोई कदर नहीं कर पाएगा ।।
बने रहोगे मजबूत तो सब झेल जाओगे,
अगर ये सोचने बैठे की,
हमने तो कभी किसी के साथ गलत नहीं किया,
फिर मेरे साथ ऐसा क्यों हुआ ,
तो यकीनन ये गम नहीं झेल पाओगे ।।




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31 JAN 2020 AT 15:03

हां खामोश हूं कमजोर नहीं
भावनाएं बताना जरूरी नहीं होता
भावनाओं को समझा जाता है
आंखों का पानी दिखाना अच्छा नहीं लगता
परंतु उन पर नियंत्रण भी तो नहीं रहता
कुछ बोला नहीं जा सकता
मतलब कुछ तो कमजोरी होगी
अंदर गुस्सा तो बहुत है
परंतु व्यक्त करते नहीं आता
अंदर तो नफरत भी बहुत है
परंतु एक पर्दा है प्रेम का
जो हमेशा सामने आ जाता है
खामोशी ही है हथियार मेरा
इसीलिए तो खामोश हूं
लेकिन कमजोर नहीं

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21 APR 2019 AT 5:36

Among these fake mindsets, it's better to shred behind the wooden wall
Life is like, who the hell cares about what and how are you from inside

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22 DEC 2018 AT 10:02

You will be MATURE,
The day you feel yourself SURE.
That no one gonna CURE,
Your pains so PURE.

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1 MAR 2018 AT 1:23

Zindigi m kbhi y mt sochna ki 4 lg kya kahenge...
RAM NAAM SATYA H... Bs yhi kahenge aur tm sun ne k liye zinda tk nhi rahoge...

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6 JAN 2021 AT 23:55

आंसुओं का सैलाब समेट कर रखा है सीने में
मिलोगे जब बहा दूंगा
दर्द की कोई दवा ना मिली इस जमाने में
हमने भी जाम झलका लिए बैठकर कर महखाने में

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5 AUG 2020 AT 14:13

कौन चाहता है तन्हा जीना,
लेकिन ये दुनिया सीखा ही देती है।

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