नज़दीकियाँ अब तुमसे, कुछ इस कदर बढ़ चुकी हैं जैसे चेहरा मेरा हो, अक्स तेरा हो.. अपनी नज़रों में नज़रबंद कर लिया है तुम्हें । इन आईनों को भी मुझसे शिकायतें है!! लोग कहते हैं, मुझ में मैं बाकी नहीं रही..❤
मत देखिए हमारी आंखों की इन गहराइयों को इनमें ही कहीं डूब जाएंगे आप.., हर गली, हर मोड़ पर, यहां तक की खुद में भी हमको पाएंगे आप..., पागलों की दुनिया है हमारी मत बढ़ाइए इतनी करीबियां कसम से बता रहे हैं पागल ही हो जाएंगे आप....!