घर से दूर मैंने एक नया घर बसाया है
सपनों की तलाश में मैंने अपनो को छोड़ आया है
मंजिल की राह में मैंने खूब ठोकर खाया है
मेहनत की राह पर मैंने ख़ुद को आगे बढ़ाया है
किस्मत बदलने के लिए मैंने ख़ुद को सबसे दूर पाया है
घर से दूर मैंने एक नया घर बसाया है
सुख दुःख के बीच का फर्क दुनिया ने मुझे समझाया है
गीर कर संभलना हार कर जीतना मुझे अब आया है
तानों की शोर के बीच मैंने सराहना की लहर लाया है
आसमान में उड़कर पाँव जमीन पर रखना मुझे ज़िन्दगी ने सिखाया है
घर से दूर मैंने एक नया घर बसाया है
गाँव से दूर मैंने शहर की ओर मैंने अपना पांव बढ़ाया है
पुराने रीति रिवाजों संग मैंने नएपन को अपनाया है
ज़िन्दगी के इस सफ़र में मैंने ख़ुद को ख़ुद से मिलाया है
लिखा हाथ का बदल कर मैंने अपना तक़दीर ख़ुद बनाया है
घर से दूर मैंने एक नया घर बसाया है
सपनों की तलाश में मैंने अपनो को छोड़ आया है
मंजिल की राह में मैंने खूब ठोकर खाया है
मेहनत की राह पर मैंने ख़ुद को आगे बढ़ाया है
किस्मत बदलने के लिए मैंने ख़ुद को सबसे दूर पाया है
घर से दूर मैंने एक नया घर बसाया है
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