QUOTES ON #NATURELOVER

#naturelover quotes

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27 SEP 2019 AT 14:17

SAVE NATURE 🙏🙏
आज छीन तो रही मेरी सासे 😢😢
कल देखना तुमारी वी छीनेगी..😁
अगर खुद बचना चाहते हो तो ...🤔
पहले हमको बचाओ ..🌳🌳
तुम लोगो की सासे तो हमसे ही तो है 🌲🌲🌳
अगर हम नहीं तो तुम कैसे .🌳🤔
कल की थोडी खुशी के लिए आज काट तो रहे
हमको..🌿😰😰
मगर याद रखना कल के बाद हमारे जैसे हमेशा कटौगे..😱😱

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30 MAY 2021 AT 12:52

Roaring clouds across the sky
Tell us that monsoon 's here
Dark and floating clouds then
Pour rain drops everywhere.
Clouds make lightening
Flash overhead and irrigate feilds
with rain
Clouds make earth, its fragrance
Spread when wet with drop of rain.
Rising from the earth to ocean vast
Clouds fill up with rain
Rain to ocean, back at last
To meet with ocean again !

-Surbhi Sonali

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13 NOV 2020 AT 11:25

One who can dance on the uncertainty of his life, can easily face a challenge

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17 DEC 2019 AT 13:55

इन सर्द रातो का
तुम मेरा अलाव हो!
इस खुबसूरत आसमान का
तुम मेरा चांद हो!!
इस कपकपाती शीत लहर में
तुम मेरा वार्मर हो!!!
मेरे हर साल का तुम
मेरी जनवरी और दिसम्बर हो👣

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11 MAY 2021 AT 9:30

जो चहक रही चिड़ियाँ, उन चिड़ियों की धुन अच्छी हैं ।
हो रही जो ये सुबह मेरी, फिलहाल अभी के लिए अच्छी हैं ।।

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3 NOV 2020 AT 15:57

// Carnival //

Raspberry flairs,
Amidst bluebell's blue,
Fiery fiesta,
Brushing winter's dew,
Filters all taints
With a slender hue...

Calendula blows,
Avenue to pray;
Dandelion's mess,
Sights astray,
With flames of ecstasy,
Uprising high,
To slander all demons
When all rays leave sky...

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31 MAY 2019 AT 14:16

मुझे पसंद है .......
पसंद है, ये बसंत
जो लगता एक त्यौहार-सा है।
मुझे पसंद है .......
पसंद है, ये बहार
जो फूल, पेड़, पत्तियों के साथ आती है।
मुझे पसंद है.......
पसंद है, ये चहचहाहट
जो प्रवासी पक्षियों को वापस अपने वतन
ले आती है।
मुझे पसंद है ये बसंत जो लगता त्यौहार-सा है

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15 NOV 2020 AT 20:22

आपने अपने जीवन को कितनी गहराई से छुआ है
आस्तिव में यही मायने रखता है

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22 NOV 2020 AT 6:36

देखो इन पौधो का रंग कितना प्यारा है
ईश्वर तेरा रचा मानव भी कितना न्यारा है
जगह-जगह तुझे ढूंढता फिरता है
लेकिन उसकी कर्म की मुस्कान में तू चमकता है.

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5 JUN 2021 AT 17:53

काटते रहे पेड़ सोचा नहीं कैसे कटेगी गर्मी की धूप
आज घरों में छुपे बैठे है सभी बचाने को अपना रूप
🌿🌳🌿🌳🌿🌳🌿🌳🌿🌳🌿🌳🌿
जीवनदायी मिट्टी-नदियों को कूड़े-कचरो से भर डाला हैं
ना पेड़ों की छाँव बची हैं ना ही चिडियों का गाना सुरीला हैं
हर तरफ गाड़ियों का शोर और हवाओं में धुंआ काला है
अब तो जागो, देखो हमनें अपने धरती का क्या हाल कर डाला हैं

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