हिमांशु झा 6 MAY 2019 AT 21:52 सारे जहाँ में ना होगा कहीं,तुम सा कोई ना तुम सा हसीं।तुम्हें देख के यूं लगता हैं जैसेमिला बे-सहारे को सहारा कोईतुम सा कोई ना तुम सा हसींमैंने तुम्हें जब से चाहा तो जानातुम हो तो मैं हूँ वर्ना नहींतुम सा कोई ना तुम सा हसींमैंने तुम्हें अपना माना हैं जब सेतब से मुझे खुद का होश भी नहींतुम सा कोई ना तुम सा हसींतुम मिल गए हो तो यूं लगता हैंझरने को जैसे मिली हो नदीतुम सा कोई ना तुम सा हसीं - Aman srivastava 12 APR 2019 AT 9:00 दिल में जो...कल-कल है बहती... दर्द भरी एक...गमगीन नदी है... इस दौर में मोहब्बत... की उम्मीद ना करो...यह पुरातन जमाना नहीं,...इकसवीं सदी है... - Sagar Agrawal 18 JUN 2020 AT 14:42 मैं कागज की कश्ती, वो एक विशाल नदी सी साहब,,,,मैं ढूंढूं उसका किनारा, वो ढूंढे अपना समंदर....!!!!!!! - ALPANA SHARMA 26 JUL 2020 AT 19:35 जैसेनदी का ठिकाना समुद्र में,वैसे,मेरा ठिकाना ताउम्र तुम्हारे दिल में। - RITU Srivastava 16 JUL 2020 AT 23:41 मैं नदी थीं , नदी सा समर्पण कियातुम लहर थे छू कर जुदा हो गएमैं सदी थीं ,सदी सा समर्पण कियातुम पहर थे छू कर जुदा हो गए - anurag.writes 23 JUN 2020 AT 11:21 मैं एक तिनके सा,नदी की धार में बह रहा हूँ,अजनबी की तरह ! - Abhay's Writings 16 MAY 2020 AT 7:01 यूँ बहा दिया है दिल को नदी की धारा के साथजहाँ तुम रहते थे वो जगह अब रेगिस्तान है - Alfiya Naaz 5 MAY 2021 AT 21:26 مجھکو زخمی کر نہیں سکتا کوئی میں ندی کا چاند ہوں پتھر نہیں لگتا مجھےMujhko zakhmi kar nahi sakta koiMai Nadi ka chaand hun Pathhar nahi lagta mujhe.. - Ritika Gupta 23 AUG 2020 AT 15:01 घाट Ki Ek Khamosh पत्थर Hu main,❣️Maine नदी Ke हजार Nakhre Dekhe Hai..🙂 - Sunita Jauhari 7 AUG 2020 AT 23:17 औरत और नदी ..........दोनों एक ही समान होते हैं दोनों ही बहते रहते हैं, कुछ न कुछ देते रहते हैं ।।।।। -