QUOTES ON #MUKAMMAL

#mukammal quotes

Trending | Latest
28 OCT 2020 AT 18:37

............

-


8 DEC 2020 AT 14:33

....

-


20 APR 2020 AT 11:11

हमें तो मालूम ही है कि हमारी तहरीर बेहतरीन है जनाब,
पर जब उन्होंने ये कह दिया तो हमारा वजूद मुकम्मल हो गया ।

-


31 MAY 2019 AT 23:40

मैं अधूरी थी उसकी खामोशी में कहीं
वो मुकम्मल था मेरी मोहब्बत में वहीं ....

-



अये उम्मीद!
मेरी उम्मीद देखकर,
तड़प जाओगे,
मुक्कमल होने के लिए।

जब मेरे बाद कोई न होगा,
तेरे सितम को सहने के लिए।
तू आवाज़ देगा मुझे,
वापस लौट आने के लिए।

लेकिन उम्र ज्यादा हो गयी होगी मेरी,
मुक्कमल नाम तक पढ़ने के लिए।
देर कर दिया है तूने आने में बहुत,
ये काफी होगा,उसदिन मुझे कहने के लिए।

फिर बस तू नाम ही रह जायेगा मुक्कमल,
ज़िन्दगी अधूरी रह जायेगी तुझे जीने के लिए।
और ढूंढने से मिलती नही है ऐसी शख्सियत,
ये ख़्याल आते रहेगा,तेरे लबों को कहने के लिए।

-Prashant Sameer— % &अये मुक्कमल देख
मैंने तुझे अधूरा किया,
तेरी राहों से अपना बसेरा
जबसे जुदा किया।
मुझे तो गुमां है और रहेगा
अपने दिल के फैसलों पर,
जो मुक्कमल हुए बिना ही
आखिरी साँस को पूरा किया।

-Prashant Sameer— % &उम्मीद का मुक्कमल होने से कोई वास्ता नही,
तेरे जाने के बाद नज़र में अब कोई रास्ता नही।

आज परेशां हूँ मैं कल हैरान होंगे तुम,
नज़र को जब तलाश होगी एक समझनेवाले कि,
और तेरा दिल बार बार कहेगा,अब कोई जचता नही।

फिर वो अतीत की यादें सताएगी तुम्हे
और एक कसक रह जायेगी दिल मे तेरे,
की इतनी आसानी से कैसे छोड़ दिया तुझे,
प्यार अब भी जमाने मे इतना सस्ता तो नही।— % &

-



कामयाबी उसका मुकद्दर है
ईमान जिसका मुकम्मल है

کامیابی اسکا مقددر ہے
ایمان جسکا مکممل ہے۔

-


17 SEP 2020 AT 18:38

बहुत दुःख दिया मेने तुझे
अब तुम्हारी हर एक बात सताने लगी
हां पास तो नहीं हो
लेकिन अजीब सा महसूस होता है
ना तो कुछ करने की इच्छा होती है
ना तो किसीसे बात करने की .....

-


31 AUG 2019 AT 16:25

अधूरा रहा...
मैं और मेरा प्यार...
मुकम्मल हुई...
वो और उनका इंकार...

-


10 OCT 2020 AT 19:26

वैसे तो इश्क कभी मुकम्मल नही होता,
लेकिन दूरियों से होने वाला इश्क़ शायद यही रूहानी इश्क होता है.......

जब नैन मेरे हो जाएँ सजल
लिखने लगूँ अश्कों से ग़ज़ल
मेरा हर्फ़ हर्फ़ तू बन जाये
शायद फिर इश्क़ मुकम्मल हो जाये।

मेरी आह की तुझको खबर लगे
फिर सांस भी अपनी जहर लगे
दिल जोर जोर से घबराये
शायद फिर इश्क़ मुकम्मल हो जाये ।

मैं रोज़ कहूँ तुझको अपना
तू रोज कहे मुझको सपना
ये सपना भी सच हो जाये
शायद फिर इश्क़ मुकम्मल हो जाये ।

मैं ओस बनू गिरूँ तुझपर
बनू भौंरा और फिरू तुझपर
तू फूल वही फिर बन जाये
शायद फिर इश्क़ मुकम्मल हो जाये ।

-


5 APR 2021 AT 14:30

झुकाया है दिलों जान मैंने जिसकी बारगाहों में
मुक्कमल होगा अपना इश्क उस रब कि निगाहों में

-