हर किसी का अलग नाम हूं
एक बजट में दो खर्चे करने वाला
वही इंसान हूं
एक कहानी के दो किरदार जीने वाला
वही इंसान हूं
जिसकी सोच हवा से भी तेज हैं वही वाला
इंसान हूं
और तो और क्या करूं
धर्म के पाठ पढ़ाने वाला भी मैं
वही इंसान हूं
एक महल में रहकर घुट घुट जीने वाला
वही इंसान हूं
मेरी हर नाम की कहानी बहुत अलग है
और एक उनकी भावनाएं
जो उनके नाम से भी अलग है
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