उदास आँखों से आंसू नही निकलते,
ये तो मोतियों की तरह सीपियों में पलते हैं।
कुछ जज़्बात दिल मे महफूज़ अच्छे,
अल्फ़ाज़ों से एहसास कब संभलते हैं।
बारिश मे भीगने को यहां,
कतारों मे लगे पेड़ भी जलते हैं।
आ..ये एक पेड़ है इससे मिलकर रो लें,
यहां से तेरे मेरे रास्ते बदलते हैं।
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