QUOTES ON #MOTHERSDAY2018

#mothersday2018 quotes

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13 MAY 2018 AT 6:03

Only those knows life,
Who has lost their mothers 😭
We wish heaven had a phone ☎️
So we could hear ours mom's voice 🎼🎵

One last time........

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13 MAY 2018 AT 23:25

என் மூச்சடங்கும் நேரத்திலும்,
என் அன்னையின்
ஒற்றை ஸ்பரிசம் அளிக்கும்,
எனக்கு மற்றுமொரு பிறவி !

♡♡♡♡♡

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14 MAY 2018 AT 0:06

माँ 'के लिये' लिखा जा सकता है..!!
माँ 'को' नहींं..!!

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13 MAY 2018 AT 0:17

The reason I remain a princess
Is coz I've born to a QUEEN...
That's my mumma!

For whatever I paint in my life...
U will always stay the canvas of it!

If ever I have to spell unconditional love,
I'll simply take your name!

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13 MAY 2018 AT 9:14

मुहब्बत मुझे अपने हाथ की हर ऊँगली से है,
ना जाने उसने,
कौन-सी ऊँगली पकड़ कर चलना सिखाया होगा....
ना जाने उसने,
कितनी बार उसे चूमा होगा....।

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13 MAY 2018 AT 16:18

The break even point
in life for me will be
when I can get my
'MOM' back.

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14 MAY 2018 AT 6:41

என் அன்பு அம்மா...
உன் முதல்...
மூச்சு எனக்கு வாழ்வு தந்தது...
முத்தம் எனக்குப் பாசம் தந்தது...
அணைப்பு எனக்கு அன்பு தந்தது...
பிடி எனக்கு நடை தந்தது...
வார்த்தை எனக்குப் பேச்சு தந்தது...
ஆலோசனை எனக்கு அறிவு தந்தது...
கோபம் எனக்கு ஒழுக்கம் தந்தது...
உன் கடைசி மூச்சு
எனக்கு மனவலியின் உச்சத்தைத் தந்தது...
என்றாலும் நீ
என்றும் எனக்குள் வாழ்கிறாய்
என்னைப் பாதுகாக்கும் அரணாய்...

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13 MAY 2018 AT 22:33

...Continued

मन तो करता है कि तेरी इबादत में त़राने लिख डालूँ
पर क्या करूँ जब शब्द भी इंकार कर जाते हैं तेरी इनायत की स्पर्धा करने से
सोचती थी अक्सर माँ का स्नेह सबसे अनोखा क्यूँ होता है
पर बात तो ये सच है कि वो रिश्ता नौ महीने गहरा जो होता है
माँ तेरे आँचल की आज भी याद आती है,
पूरे जहां से जुदा जाने कहाँ से इतना प्यार दे जाती है।

जाने कैसे चुका पाउंगी तेरी महरबानियों का वो कर्ज़,
इल्तजा है बस इतनी-सी कि निभा पाऊँ अपना हर फ़र्ज़;
गर्व से ऊँचा देखना चाहती हूँ मैं तेरा सर,
दो जहानों को फिर चाहे एक जाऊंगी कर-गुज़र।

माँ तेरे आँचल की आज भी बहुत-बहुत याद आती है,
और पूरे जहां से जुदा जाने कहाँ से इतना सारा प्यार दे जाती है।

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13 MAY 2018 AT 20:54

புரண்டு படுத்தால்
எழுந்து விடுவோமோ என்று
கருவில் இருந்தே
உறங்காமல் காத்தவள்
அம்மா!

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13 MAY 2018 AT 22:15

कुछ अल्फ़ाज़ मे़री माँ के लिए...

माँ तेरे आँचल की आज भी याद आती है,
पूरे जहां से जुदा जाने कहाँ से इतना प्यार दे जाती है।

दूर तेरी निगाहों से होना जैसे पेड़ की इक डाली का खोना.
पर फिर भी मेरे लिए तेरा स्नेह कम न होना;
हैरानी होती है कईं दफ़ा,
किस जहां से इतना प्यार लाती है;
माँ तेरे आँचल की आज भी बहुत याद आती है,
और हर बार की तरह जाने कहाँ से इतना प्यार दे जाती है।

उँगली पकड़ के यूँ तूने चलना सिखाया,
और मेरे हर बढ़ते कदम पर जैसे तेरी ममता का साया;
दुनिया की अजब रस्मों से तेरा यूँ वाक़िफ़ कराना,
और मेरे ग़लती करने पर तेरा वो रूठ जाना;
तेरे विश्वास ने ही यूँ उड़ान भरना सिखाया है,
तू ही वजह है कि तेरी चिड़िया का कोई बाल भी बांका न कर पाया है;
माँ आज भी तेरे आँचल की बहुत याद आती है,
और हमेशा के जैसे वो अपनापन-सा दे जाती है।

झूमने लगता है दिल ये,आज भी तेरी सौहबत जब मिल जाती है,
बड़ी तो हो गई हूँ मग़र, बचपन आज भी जैसे कहीं बाकी है।

...To be continued



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