आज मौसम खुशनुमा हैं,
बिन बुलाए बरसात की वो धुन।।
बादलों का यू रंग बदलना,
कही काला तो कही सफ़ेद होना।।
रिमझिम सा फुहारा जैसा बरसना,
मौसम का खुशनुमा होना,
दिल के गहराइयों को छू जाना
एक नया सा रिश्ता हो जाता हैं।।
आओ फिर मौसम के रंगों में खो जाते हैं,
फिर एक नई राह एक नया दिन बनाते हैं।।
फिर जब मौसम आएगा,
तो एक नई दुनिया बनाएंगे।।
बस एक नई दुनिया बनाएंगे।।
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