Mishraa Miracle 30 APR 2018 AT 19:58 ए रूहवालों.....जिस्म की चादर लपेटकर आये थे,जिस्म तक ही सिमट के रह गए,ना जान पाए खुद के वजूद को,औरदुसरो को ख़ुदा समझकर बैठ गए... ( भाग-१ ) - Mishraa Miracle 15 MAY 2018 AT 7:25 वो जिंदगी का कहर था,जब पहली दफा मोहब्बत का पहर था... - Mishraa Miracle 26 MAY 2018 AT 22:56 तुम नींद तो बनो हमने तुम्हे आँखों में ना बसा लिया तो कहना - Mishraa Miracle 26 MAY 2018 AT 4:42 इस जिंदगी के खेल में,या तो जीत लेगें ,नही तो कुछ सीख लेगें...पर हारेंगे नही। - Mishraa Miracle 27 MAY 2018 AT 8:16 आजकल नसों में खून कमदर्द ज्यादा बह रहा है... - Mishraa Miracle 14 MAY 2018 AT 19:56 तेरे चित्र में है कुछ विचित्र सासाँसों में महक उठता कुछ इत्र सा... - Mishraa Miracle 23 JUN 2018 AT 21:16 तुम्हे पाने की चाहत में ,हमने खुद को ही खो दिया.. - Mishraa Miracle 23 JUN 2018 AT 9:05 मैं दर्द था ,वो हमदर्द थी।मैं जख़्म था,वो मरहम थी।मैं रात था ,वो खिलता हुआ चाँद थी।मैं काग़ज था,वो मेरी नज़्म थी 💞। - Mishraa Miracle 19 MAY 2018 AT 21:40 खौफ नफ़रत का नही ,आजकल मोहब्बत का है... - Mishraa Miracle 13 MAY 2018 AT 10:50 अधूरा है शब्दकोष ' माँ ' के बिना...अधूरा है जीवन ' माँ ' के बिना... -