भटके हुए मुसाफ़िर का बसेरा बन गया...।। मेरी अंधेरी रातों का तू सवेरा बन गया..।। मेरी जिंदगी में आया है तू कुछ इस तरह.... "जैसे कब्र में परी लाश को सांसों का सहारा मिल गया"..।।
जिंदगी बहुत है मजा आता जीने में दोस्त बहुत है मजा आता पढ़ने में मोहब्बत एक ही है मजा आता रोने में, चैलेंज बहुत है मजा आता करने में मंजिलें बहुत हैं मजा आता चुनने में, मेरे सपने होते सच तब मजा आता सोने में....
मैं चाहता था जीसे वो किसी औरो को चाहने लगी , में मानता था जिसे वो किसी औरो पे विश्वाश करने लगी में मनाता था जिसे , अभी वो किसी औरो को मनाने लगी यह जमाना है साहब , यहाँ प्यार नहीं बस तकलीफे ही मिलती है.....