Shiba Bharti 29 MAR 2020 AT 3:54 जो खुद को सवारने के लिए, विदेश चला गया,आज सरकार ने उन्हें,बड़े सम्मान के साथ अपने देश वापिस बुलाया हैं।और जो इस देश को सवारने के लिएअपने गाँव छोड़ आया, आज सरकार ने उन्हें ही, भुखे पेट पैदल ही,शहर से नंगे पाँव भगाया है।। - unknown blogger 18 JUL 2020 AT 22:36 Papa फिर कब आएँगे ?पता नहीं। #migration #unlock2.0(caption carry a story) - 🙂 21 JUL 2020 AT 10:30 पलायनचौखट पकड़ कर रोई, मुझे जाते देखपीछे रह गया मेरा भी, सब छूटा हुआफिर काबिल बन लौटा एक दिन गांव मकान बचा था उसका बस टूटा हुआ - Suyash 20 MAY 2020 AT 7:11 पावों के छाले के दर्द से वो कहर रहा था ,मंजिल दूर थी इसलिए ना ठहर रहा था !!😌 - Suyash 20 MAY 2020 AT 7:30 मदद की गुहार चारोओर बस गूंजता रहा ,दर्द में किसी मददगार को वो ढूंढ़ता रहा !!😌 - Vicky Anand (Captain) 21 JAN 2020 AT 10:21 मेट्रो , सड़क , नहर , कारख़ाने , दंगे , हादसे, नरसंघार सबके के लिए घर टूटा है ,मकान बना सकता हूँ कहीं भी घर बनाना मुश्किल है । - _"𝕯𝔭" 14 AUG 2020 AT 23:38 𝑨𝒎𝒐𝒏𝒈 𝒂𝒏 𝒐𝒄𝒆𝒂𝒏 𝒐𝒇 𝒆𝒙𝒑𝒆𝒓𝒊𝒆𝒏𝒄𝒆 𝒂𝒏𝒅 𝒕𝒉𝒆 𝒘𝒐𝒓𝒌 𝒉𝒂𝒓𝒅 𝒐𝒇 𝒃𝒆𝒊𝒏𝒈 𝒎𝒚 𝒑𝒂𝒕𝒊𝒆𝒏𝒄𝒆 𝒈𝒊𝒗𝒆 𝒎𝒆 𝒗𝒊𝒈𝒐𝒖𝒓... - Rajinder Joshi 21 MAY 2020 AT 20:35 चला जो धूप में, तो धूप ने जलाया।बैठा जो छाँव में, तो भूख ने जलाया।।मर के फिर जलाया जायेगा उसको।जिसे ज़िन्दगी के हर रूप ने जलाया।। - _"𝕯𝔭" 26 SEP 2020 AT 17:27 One who had been loved the rain and greenery,now destined to loves the deep desert... - Amir Raza 28 MAR 2020 AT 21:07 विकास-विकास कह कर वोट मांगने वाले आज ख़ामोश अपनी कोठी में बैठे हैंअमीरों को विदेश से लाने वाले आज मजदूरों को शहर के मंझदार में छोड़ बैठे है| -