"पहला प्यार"
एक मासूम सा 10th स्टैंडर्ड का लड़का,जिसे अनजाना सा एक एहसास हुआ जो अब से पहले कभी न हुआ था,जैसे मानो वक्त ठहर सा गया हो, मन में एक अलग सी बेचैनी, चेहरे पर मुस्कान लिए और आंखे हर जगह उसे ढूंढती हुई। हां वही, जिसके पास होने से दिल जोर जोर से धड़कने लगता और आंखे सिर्फ उसे ही देखती रहती थी,पर कमबख्त ये नजरे भी, हर बार झुक जाती थी उसकी नजरों के सामने। फिर एक रोज इन्हीं नजरों ने हिम्मत करके उसकी नजरों से गुफ्तगू की,और उस दिन सब कुछ बदल सा गया, मानो उसकी नजरों ने इन नजरों को पसंद कर लिया हो। Continue ...
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