खुशबू हवाओं में
ज़िन्दगी में जब कभी, कोई महबूब मिलता है
जीने का जैसे कोई सबब, तब जा के निकलता है
ये जुनून नहीं देखता, क्या कुछ मुश्किलें है राहों में।
दुनिया लगती है हसीं जब, खुशबू होती है हवाओं में।
दिन होते हैं हसीं और रातें निखर सी जाती हैंl
लाख कोशिशों के बाद भी बातें निकल ही आती हैं।
और कभी ज़ाहिर है होता सब आपकी निगाहों में।
दुनिया लगती .....
जब कभी यूं ही बमुश्किल मिलने कि घड़ी जो आती है
होंठ सिल जाते हैं तुम्ही से और तू मुझमें पिघल सी जाती है।
फिर सुकून मिलता है हमको एक दूसरे की बाहों में।
दुनिया लगती .....
फिर यूं ही यह ज़िन्दगी कुछ रेत सी फिसल सी जाती है
हर घड़ी जब तेरी कमी रह रह कर मुझको सताती है।
क्या ही हो जाए गजब जब हम मिल जाए एक ही राहों में।
दुनिया लगती .....
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