तेरे इश्क़ में मेने खुद को ,इस क़दर सजा लिया है।
तेरे इश्क़ की हर सज़ा का, चुन चुन के मजा लिया है।।
मेरा किस्सा - ऐ - मोह्ब्बत ,लंबी कोई बात नही है
बेवफा मेहबूब को बोलू , बेगैरत मेरा इश्क़ नही है
उसे रुशवाई से बचाने, बेवफा का इल्जाम मेने लिया है
तेरे इश्क़ की हर सज़ा का ,चुन चुन के मज़ा लिया है
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