अक्सर लोगों को कहते सुना है की कोई जन्म से दुश्मन या दोस्त लेकर पैदा नहीं होता यह बात सच्ची है परंतु मेरे दोस्त वर्तमान में मैंने तो बस यही देखा है की भरोसा करूं भी तो किस पर करूं यहां तो लोग जितनी जल्द आपके दोस्त बनते हैं उतना ही जल्द आपकी कुछ सफलताएं की बात सुन दुश्मन भी बन जाते हैं।
अब बस इतना सा कहना है की शिकायत करूं भी तुझसे ये ऊपर वाले तो किसकी करूं जिस जिस को मैंने अपना बताया आज वहीं मेरी दुःख ही आंसू देख खुशी मना रहे हैं और मुझे वो अपना दुश्मन मेरी दुश्मनी की खबर हर किसी को सुना रहे हैं।
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