आस टूटने को है हम टूट चुके पहले,
आके लहरा दो जुल्फें हम स्वंर जाएंगे,
हम तो दीवाने हैं तरे किधर जाएं गें,
अब के जो बिछड़े तो हम मर जायें गे,
यू बे रूखी अच्छी नही अपने दीवाने से,
अब तो देर होई हम बिखर जाएंं गे,
हम तो संग चले थे इश्क़ की कश्ती में,
क्या पल में हम दिल से उतर जाएं गे,
आस टूटने को है हम टूट चुके पहले,
आके लहरा दो जुल्फें हम स्वंर जाएंगे,
तू इक इशारा तो कर दे ए मेरे मेहबूब ,
तेरी खातिर हम हद से गुज़र जाएं गे ,
भूल किसकी थी लो मान लिया हम ने ,
अब की ये वादा रहा हम सुधर जायँ गे ,
हम आशिक़ है किनान इश्क़ निभाएं गे,
सियासतदां नही करके वादे हम मुकर जाएं गें,
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