हाथ-पाव गर कट भी गए तो,
जंग फिर भी ये जारी है।
शहीद वीर जवानो के बलिदान की,
अब क़ीमत चुकाने की बारी है।
ख़ैर नहीं! तुम्हारी ग़द्दारों,
बचने की जितनी तुम कोशिश कर लो,
पाताल से भी ढूँढ लायेंगे तुम्हें,
छिपने की जो भी साज़िश कर लो।
मौत का कफ़न पहना कर रहेंगे,
हम भारत माँ के लाल है ,सुन लो !
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