आज तू होती न , तो हाथ फेरती सर पर ,
हल्के से बाम लगाती , आवाजे दे देकर सुबह उठाती ।। 😊
दिवाली पर टीका लगकर , रुपए देती और कहती की बड़ो के पावँ छूना आशीर्वाद मिलेगा ।।
अगला कपड़ा तेरा अग्ली दिवाली को ही सिलेगा ।।😊
बहन और भाई को सताता तो तू चाटे मारती,
बिमार पड़ता तो रो रोकर नजरे उतारती।।
परीक्षा से आते ही सबसे पहले खाना खिलाती ,
पापा की मार का डर दिखाती ।।
मेरे नौकरी और तरक्की को बस दुआओं मे हाथ उठाती,
और नौकरी के लिये घर छोढ़ दूँगा ये सोचकर दरवाजे के पिछे आंसू बहाती ।।
एक दिन सबकुछ होगा तेरे बेटे के पास माँ,
मेहनत की हर रेखा तेरे बेटे को छूकर जाती है ,
बस इतना किसी से कह नही पता पर
तेरी याद बहुत आती है ।।— % &
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