कि तारीख़-ए-मूलाकात मूलतवी न किया करो, दिल से दिल की बात में तशदीद न बना करो। ज़िस्म की तलब रखने वाले बहूत देखें है हमनें, कभी वक्त हों तो आकर मेरी रूह से भी मिला करो।
-
Fetching #love24 Quotes
Seems there are no posts with this hashtag. Come back a little later and find out.