गिले शिकवे भूल सबको गले से लगाओ, सब मिल जुल कर लोहड़ी का त्यौहार मनाओ।
जनवरी की शुरुआत में ही पहला लोहड़ी का त्योहार खुशनुमा बना देता है साल,
कितनी खूबसूरत लगती है इस मौके पर मूंगफली, गजक, रेवड़ी से सजी थाल।
बनती है हमारे शहर में गन्ने के रस की खीर, मक्की की रोटी और सरसों का साग।
कहीं दिख रहे हैं उड़ती पतंगों के खूबसूरत नजारे, आशा है आपके जीवन में ढेर सारी खुशियां आएं और मिट जाए दुख सारे।
लोहरी की शुभ अग्नि अंधेरी रात को रोशन है करती,वैसी ही रोशनी आपके जीवन में भर जाए,
समृद्धि की तरफ से लोहड़ी और मकर सक्रांति की बहुत सारी शुभकामनाएँ ।
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