" अधूरे रिश्ते "
सीने में कैद अधूरे रिश्ते की दास्तान,
इस जनम पूरे ना होने का दुख अब तक है।।
गुलाब सी महकने वाली चाहत की दहलीज पर,
कांटों की उमड़ी भीड़,दिल में दफ़न अब तक है।।
प्यार मोहब्ब्त इश्क़ के वादे निभाने के बाद भी,
बेउम्मीद से कड़वे बोलों का ज़हर अब तक है।।
मुस्कराते,खिलते होंठों की वज़ह के खोने से,
चहरे पर थोड़ी बहुत उदासी अब तक है।।
पहली आरज़ू,पहला साथ, नफ़रत हो या गुस्सा
पहले प्यार का नशा,जहन में अंत तक है।।
@tani
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