জীবনের কাছে প্রশ্ন থাকলো, জীবনে কেউ ভেঙে পড়লে কারুর সাহায্য পায় কি আদেও? কেউ কি জানতে চায় অপর প্রান্তের মানুষটি কতটা ভালো আছে? সময় থাকে কি অন্য কে দেওয়ার মতো, অপর জন যত টা চায়? বোঝাতে চাইলেও কেউ বুঝতে চায় কি?
केहना आसान है क्या? ज़िन्दगी की राहों में किसी को पीछे छोड़ना आसान है क्या? किसी के साथ पूरी ज़िन्दगी बिताने का वादा करने के बाद, उसे बीच रास्ते मे अलविदा केहना आसान है क्या......??