I love my hobby because its my passion, I wrote something imaginary, something I observe, and sometime when I am sad try to spread some words in a meaningful or fruitful order in the world
प्यार करने हक़ तुम हमसे छीनोगे कैसे । फिकर करना तुम्हारी छुडायोगे कैसे । साथ हम हर वक़्त रहेंगे अब भी तुम्हारे धड़कन की तरहा देख न सकोगे पहले की तरहा पर मेहसूस होगा तुम्हे की साथ है तुम्हारे तुम्हारी रूह की तरहा ।।
जब मैं स्कूल गया तो मेरी माँ मुझे पहले दिन ऐसे ही छोड़ आई । वहाँ एक प्यार मैडम थी जिसने मुझे उस दिन कुछ नही पढ़ाया । मैं पूरा दिन सबसे आगे मैडम के पास बैठा था । लंच भी मैडम के साथ ही किया । उस समय सायद मैं तीन साल का था । मुझे अच्छे से कुछ याद नही मगर धुंदली तस्वीर आज भी मुझे याद है ।
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Fetching #lekhakbhaiya Quotes
Seems there are no posts with this hashtag. Come back a little later and find out.