माना कि बहुत गुरूर है तुम्हें , अपनी ऊंचाई पर ए मंजिल। पर हम भी बिना सफलता के पीछे नहीं हटने वाले ।। आखिर पूरा बचपन गवा कर, जवानी को व्यस्त कर दिया , तुम्हें पाने कि चाहत में।।
वो वक्त,वो लम्हे अजीब होंगे दुनियां में हम सबसे खुशनसीब होंगे जिस रोज हम आपके करीब होंगे वो लम्हे मेरे जीवन के सबसे हसीन होंगे सोचो दूर से जब इतना याद करता हूँ आपको क्या होगा जब हम आपके करीब होंगे !!