काश कुछ लोग ज़िंदगी में फिर वापस आ जाते,
काश कुछ पल हम एक बार फिर से जी पाते,
वह रिश्ते जो रह गए हैं कल में कहीं,
वह रिश्ते जो थे ज़रूरी हमारे लिए भी,
की जो गलतियां तब हमने वह हम फिर ना दोहराते,
रिश्तों की टूटती डोरी को काश हम संभाल पाते,
ए खुदा ख्वाहिश अगर एक कुबूल तू करता है,
तो करदे रेहम और सुन ले जो दिल कहता है,
लौटा दे वह रिश्ते वो दोस्त,
जिसे यह दिल अब भी याद बहुत करता है।।
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