अब कहा चमकूंगा मैं
वक़्त आगया है
मेरी रुख़सती का ।
कुछ लोग तो अपने
बुलाए थे मैने !
अब कहा आयेंगे वो ,
वक़्त हो चला हैं मेरी रुख़सती का ।।
कुछ अजनबी चेहरे
दिख रहे है मुझे !
सुनने को भी कह रहे है मुझे !
अब कहा सुनाऊंगा मैं ,
वक़्त हो चला है रुख़सती का ।।
-