कुछ पल तो दे ख़ुशी के मुझको भी ए खुदा,
जिंन्दगी जो दी है तूने वो बन गयी सजा...
इक पल भी ना कोई पास होता है,
हर पल बस गम का एहसास होता है...
चाहा जिसे मैंने चाहत से ज्यादा,
माना जिसे मैंने अपना जहां सा...
इक पल भी ना मेरे पास होता है,
हर पल बस गम का एहसास होता है...
इक पल भी संग मेरे खुशियाँ नहीं है,
वो जो नहीं है मेरी दुनिया नहीं है...
दुनिया तू मेरी, मुझको लौटा दे,
मुझको भी तू खुश रहने की वजाह दे...
कुछ पल तो दे ख़ुशी के मुझको भी ए खुदा,
जिंन्दगी जो दी है तूने वो बन गयी सजा...
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