ऐ खुदा, सब पर अपनी नजर कर दे
आज तू हर बशर को इदी दे दे
महताब में ऐसा नूर भर दे
हर किसी को को दर्द से शिफा दे दे
बड़ी शिद्दत से रोज़े रखें और तेरी इबादत की है
अपने मुरीद पर रहमत बरशा दे
अर्जियां लगाये बैठे है तेरे दर पर सभी
सबकी दुआ में तू इतना असर कर दे
मुंतजिर है की कब इनायत होगी
हर घर में खुशी की तू लहर कर दे
ओ खुदा, सबकी ख्वाहिशो को तू ईद कर दे
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