ये,
छोटी सी ज़िन्दगी,
खूबसूरत सी ज़िन्दगी,
कुछ लेकर नहीं आया,
पर अनमोल सी ज़िन्दगी,
जो पाया सब यहीं पाया,
माँ का प्रेम पाया,
पिता का यश पाया,
बहन का स्नेह पाया,
भाई का साथ पाया,
करीबियों का लगाव पाया,
और इन दरमियाँ दोस्त बन कुछ हमदर्द पाया,
हां! जो भी पाया यहीं पाया |
खूबसूरत सी ज़िन्दगी,
कुछ लेकर नहीं आया |
हां ! कुछ छूट भी गया ज़िन्दगी में,
ज़िन्दगी एक सफ़र हीं तो है,
कुछ पड़ाव आयें थें,
जो छूट गया तो छूट गया |
दास्ताँ अभी यक़ीनन लंबी है,
जो मिलेगा सब यहीं मिलेगा |
हाँ ! कुछ व्यर्थ न छूटा,
जो छूटा अनर्थ हीं छूट गया |
खूबसूरत सी ज़िन्दगी है,
कुछ लेकर नहीं आया |
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