📃कागज़ के ऊपर 🖋️📝
दिल के तराजू में पहले ग़म रख्खो अपना,
फिर शिक़वे की जानिब कदम रख्खो अपना।
वीरान करके रख देगी ये जिन्दगानी,
रुझान दुनिया की जानिब कम रख्खो अपना।
आग से आग कब और कहाँ बुझती हैं,
बुझेगी आग मिज़ाज शबनम रख्खो अपना।
इसी से पड़ोसी को खाना हो जायेगा नसीब,
थोड़ा सा अगर खाली शिकम रख्खो अपना।
पहले ज़ेहन पाक साक करलो -"कोमल",
फिर कागज के ऊपर क़लम रख्खो अपना।
@Alfajokifakir
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