देवकी, यशोदा की तरह, माँ बन, दुलारा है,
द्रोपदी की तरह, दोस्त बन, पुकारा है,
सुभद्रा की तरह बहन बन, राखी भी बाँधी,
रूक्मणी की तरह पत्नी बन, बनी उनकी साथी,
राधा की तरह प्रेमिका बन, चाहती भी हूँ,
मीरा की तरह जोगन बन, उन्हे अपना मानती भी हूँ,
कोई पूछे कि इस संसार में तेरा कौन है?
इस पर ये प्रेम पुजारिन, मुस्कुराकर मौन है ।
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