कमल यशवंत सिन्हा 24 DEC 2020 AT 7:25 क्या कहा! तुम 'जौन' को नहीं जानतेअमा मियां!मिरे खानदान को नहीं जानते - Rohan Sharma 30 JUL 2019 AT 23:05 बहुत हुआ अब ये अधूरा नाकाम इश्क ,अब बस टूट जाना चाहता हूँ दिल भर गया है मेरा उल्फत-ए-जिंदगी ,अब बस तुझसे रूठ जाना चाहता हूँ - कमल यशवंत सिन्हा 22 DEC 2020 AT 14:51 हाँ। मैं 'जौनीयत' का शिकार हूँआशिक़ हूँ, शायर हूँ, खुद्दार हूँ© कमल यशवंत सिन्हा - neeraj dangi 14 OCT 2019 AT 22:51 बर्बादी का मलाल ही नहीं ये में कैसा हूं कौन सा हूंवो की जिसे शराब पी गई शायद अब उसी जौन सा हूं - कमल यशवंत सिन्हा 21 DEC 2020 AT 19:30 मियां ! फिर उसके बाद ही कुछ गढ़ा करोपहले 'जौन' को ज़रा अदब से पढ़ा करो © कमल यशवंत सिन्हा - Hemant Kumar 25 JAN 2019 AT 22:12 कि गम इस बात का नहीं वो मुझसे खफा है,गम तो इस बात का है कि,वो मुझसे शिकायत भी नहीं करता ।। - Shreya Levy 22 APR 2018 AT 7:32 यूँही नहीं कोई जॉन बन जाता,शब्दों के तीर दिल में उतारने पड़ते है। - DR.SHUBHAM Raj 26 MAR 2023 AT 13:44 अब तो मौत मांगते है खुदा से सजदे मेंकरता हू गुनाहे की हारू इस मुक़दमे मेहुस्न के मुकाबिल इल्म ए वफ़ा नहीं दीयाकाफ़ी देर हो गइ इस बात को समझने मेजो गुजारी है जो भी गुजरनी है हिजरत मेइज्तिराब है बस मुझ बा-वफ़ा स होने मे जिंदगी हुजूमो मे डर से काट ते है अबकुछ करें न बैठ खुदको कभी अकेले मे इज्तिराब- तड़प बा-वफ़ा - वफादार हिजरत - किसी से अलग होना हुजूम - भीड़ इल्म-ए-वफ़ा - वफ़ा करने का हुनर - Lost Soul 20 MAY 2019 AT 21:50 कुछ कमी सी लग रही है...जो था जीने का मक़सद कभी...उसकी सूरत अजनबी सी लग रही है...किस तरह निभाऊं ए ज़िन्दगी तुझसे...तू रोज़ नई रंजिशें रख रही है... - Rathore¶ 10 OCT 2020 AT 6:41 ये मुझे चैन क्यो नहीं पड़ताएक ही शख्स था जहान में क्या?जॉन एलिया -