ओ कान्हा,
तुम्हारे बिना मेरा मन आधा,
मोर मुकुट, मुरलीधर,
श्यामतन, ओ गिरिधर,
माखनचोर, नटखट,
दिल जीते तुम बरबस,
ओ मनमोहन, मेरे मोहन,
तुम्हारे लिए बनु मैं जोगन,
ओ नंदलाला, मैं तेरी राधा,
मैंने जिया तुमपे वारा,
श्याम सलोने, प्रियतम मेरे,
तुम्हारे बिना दिल लगता नहीं हमारा...
जय श्री राधा कृष्णा 🙏🙏
Suramya
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