❣️बहुत सुकुन है ,इस खुबसुरत रात में .............
ख्वाहिश है, तो बस तेरे खुबसुरती के दीदार की !
चाहत है, तो बस तेरे खुबसुरत से होठों के जाम की !
इनायत है ,तो बस तेरी खुबसुरत सी निगाहों की !
कशमकश है ,तो बस तेरी जुल्फों को सवारने की !
कोशिश है ,तो बस तेरी बाँहो में डूब जाने की !
इबादत है ,तो बस अब तुझे पाने की !
क्योंकि .................
"बहुत सुकुन है ,इस खुबसुरत रात में ................
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