किसके साथ कौन किस रिश्ते में है,
ये किसको मालूम है।
जमाने के बंदिशों में जकड़ा रहा दिल,
और आज इस मोहब्बत पर सवाल है।
छू कर देखो कभी ये दिल एकबार,
जो तेरे लिए धड़कता भी बवाल है।
वरना बस साँस लेने को ही ज़िंदा कहना,
ये कितना आसान है।
इस टूटे दिल और फूटी किस्मत को
मोहब्बत से वंचित करना,जमाने का काम है।
हम तो ठहरे इश्क़ के पुराने बाशिंदे,
जिसका खुदा के दर पर भी अपना परवान है।
इसलिए रुसवा होने से डरता नही अब मैं,
आँखों मे कुछ इस कदर तेरी पहचान है।
और जब ये मोहब्बत दर्द बनकर आँखों से छलका,
पैमाने ने भी कह दिया,बेहद खूबसूरत ये जाम है।
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