QUOTES ON #IRAVIP

#iravip quotes

Trending | Latest

राजस्थानी जायो कै कै जासी ओ सोचर रोऊ
राजस्थानी गयो कै कै ग्योपरो ओ थोने बतलोऊ
इंयो तो निरी चिज्यो गयी, पण अबार खेल रमतिया बतोऊ

लुक-मिचणी खुद लुकगी , खुणा रोकणी खोइगी
पकड़नी ने पकड़ को सकिया , औंधलघोट आँधी होइगी
गिल्ली डंडा ठंडा होयग्या , ऊँच-नीच बराबर होइगी
घटी चुला घाटे में गया , कोसम्बा बाई पराई होइगी
रोटी पेल-दूज चौकी सु मिटग्या, लो-लक्कड़ प्लास्टिक होइगी
गोळो रो गोलमाल होयगा , गड़ा भाठा पक्की सड़क होइगी
टिंगर टाबर चाइल्ड होयगा, बाण्डे रमणो अब शरम होइगी

-



क्यो करो थो कोम खोटो ।
के धर्म के कर्म थाणो,
ई बात ने तो अब जाणो।
भिन्न भिन्न धर्म ग्रन्थ बणाया,
जाती वर्ग समुदाय बणाया।
आराधना करण आळा भी आराध्य खातर लड़े,
एक ही धर्म का एक ही धर्म सु भिड़े ।
अलग बतावे किताबियो पढ़ परा,
ज्ञानी विष्णु शिव राम श्याम ने,
पण देखो चार किताबां पढ़ वेदों में,
धरा सूर्य अग्नि वायु और पाणि
सगळा मिलसी देवो में।

-



Don't afraid
to do
Love again
not everyone
is your EX

-


7 MAY 2020 AT 15:29

Please read caption written by him.... 🙏🙏

-



Your inner state, attitude ,beauty, shine, and attraction automatically appear out. When you walk on your religion and always keep it with you

-



PUBG जैसे 3 , 4 Game और होने चाहए जो लोगो को addict कर दे ।

ताकि लोग Game खेले दुसरो की ज़िंदगी से नही ।

-



सोचा मैने आज बैठ कर क्या है मेरा खुद का खुद के पास

ये रूप सोंदर्य भगवान का महर , जीवन जन्म देने वाले का
जो धन सुविधा है मेरे पास वो पिता की कमाई की
और जो खुद कमाने लगा तो वो भी उनकी मेहरबानी ही

फिर विचार किया खुद के ज्ञान पर तो वो तो गुरुओं से लिया
जिसका मूल्य भी पिता ने दिया फिर इसमें मैने क्या किया?

शरीर चुस्त निरोगी तो माँ ने चिंता कर के बनाया
मैने तो बस खाया और पचाया!

फिर सोचा दोस्त हैं मेरे वो तो मैने खुद बनाये
तब याद आया पहला दोस्त भी स्कूल में बरता लेने से बना
बाकी जैसे जैसे जरूरते बढ़ी वैसे दोस्त बनते बिछड़ते चले
तो दोस्त कहाँ से मेरे हुए ? वो तो सब मतलब से बने

इसी सोच में डूबा था कि मेरे पास मेरा खुद का क्या है ?
कुछ नही खुद के पास खुद का

है तो है बस चरित्र खुद का जो बना कर कोई और नही दे सकता
है तो है बस सत्य , आत्मविश्वास खुद का जो किसी से नही आ सकता है

-



दिल्ली थी दिल वालो की,
तो जिस्म फरोशी किसने पैदा किए।
पैदा तो खेर सब बच्चे गूँगे से है होते,
पर उनको तुम संग अपने संस्कार क्यों न देते।
करवा दिया दाखिला बड़े बड़े विद्यालय में,
पर भूल गए छोटे छोटे बाते बतलाना उन्हें।
गलती जितनी बच्चों की उससे ज्यादा माँ बाप की भी,
कमाई के चक्कर मे ध्यान न दिया अपनी पैदाइश पर भी ।

boys locker room
( swipe read say )

-



किसी मे अचानक बदलाव नही आते
बस हम उन्हें समय से पहचान नही पाते

-


6 MAR 2018 AT 23:01

तेरे ख्याल जो बाहर से आते है,
न जाने कैसे मेरे इनकार को गुम कर जाते है...

-