हम इंसान हैं, फिर भी इंसानियत को भूलते जा रहे हैं, धर्म मजहब बस एक खुदा की देन है, हम तो फालतू में ही फर्क किए जा रहे हैं, हिंदू मुसलमानों के नाम पर रोज ही इस देश में दंगे फसाद किए जा रहे हैं, बुराइयों को खत्म करने की जगह, नफरतों को जन्म दिए जा रहे हैं, गीता और कुरान दोनों ही पवित्र हैं अपनी जगह, इसको पढ़ने के बाद भी लोग, हिंदू और मुसलमानों के नाम को बदनाम किए जा रहे हैं!
-