साहस
स से शुरू होता है, स पे खत्म होता है|
सुनने में बहुत छोटा लगता है ,पर बहुत बड़ा होता है|
इसकी कमी निराशा से भर देती है,
और इसकी परिपूर्णता आत्मविश्वास से भर देती है|
इसके होने से माउंट एवरेस्ट भी छोटा लगता है ,और इसके ना होने से चींटी भी हाथी लगती है|
यह वह शक्ति है ;जो होती सब के अंदर है ,पर इससे पहचान बहुत कम लोग पाते हैं|
अगर यह साथ है ,तो सारी समस्याओं का समाधान हो जाता है|
यह और कोई नहीं , साहस है |
साहस ने ही हमें ,अनेक युद्ध जिताए हैं|
साहस ने ही ,रंक को राजा बनाया है|
साहस ही ,व्यक्तित्व को पहचान देता है|
साहस ही ,हमें ऊंचाइयों को छूने का हौसला देता है|
साहस ही ,हमें बुलंदियों पर ले जाता है|
साहस ही ,हमें साहसी बनाता है |
स से शुरू होता है ,और स पर खत्म होता है|
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