NO MORE MOTIVATION ,. I$ tHe gRaTesT MOTIVATION
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है अंधेरा बहुत, अब सूरज निकलना चाहिए
जिस तरह से भी हो ये मौसम बदलना चाहिए
रोज़ जो चेहरे बदलते है लिबासों की तरह
अब जनाज़ा ज़ोर से उनका निकलना चाहिए
अब भी कुछ लोगो ने बेची है न अपनी आत्मा
ये पतन का सिलसिला कुछ और चलना चाहिए
फूल बन कर जो जिया वो यहाँ मसला गया
जीस्त को फ़ौलाद के साँचे में ढलना चाहिए
छिनता हो जब तुम्हारा हक़ कोई उस वक़्त तो
आँख से आँसू नहीं शोला निकलना चाहिए
दिल जवां, सपने जवाँ, मौसम जवाँ, शब् भी जवाँ
तुझको मुझसे इस समय सूने में मिलना चाहिए
~ Unknown-
"कुछो नहीं हुआ आज तक, कुछो नहीं बदलेगा,
कोई दोबारा नहीं आता"
"चार महीना...चेहरा याद रखना है, दुबारा आएँगे"
- PPC-
$ometimes,first impression isn't the last expression;. $econd impression also matters a LOT. -Imharsh
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जनाब, ज़िन्दगी हैं यह .......
लोगो को बुढ़ापे तक भ्रम में जीने की आदत हैं, यहाँ!!-
सभी कोई सही* है ......
* अपने नजरिये से
गलत* है ......
* आपके नजरिये से-
जब जनता की विवेक से कोई काजल चुरा लेता है,
तब रात भी दिन की तरह दिखाई देता है
और रात के चाँदनी में भी, सूरज का दीदार होता हैं।-